गाँव से बड़े शहर, लेकर आया था सपने,
ज्यादा लोगो ने दिखाए, कुछ ही थे अपने |
एक मित्र ने कहा और
करने लगा एक बड़ा course
जिसकी थी लाखो में फीस,
दिन रात की कड़ी मेहनत,
लगा कंप्यूटर देवता का नाम ही जपने |
साथ मुझे वहां अच्छा मिला,
पर कुछ को है मुझसे गिला,
एक कंपनी को मैं भाया, लगी मुझे लपकने |
मेहनत मेरी रंग लाई,
तनख्वाह नहीं जेब खर्चा देंगे,
बड़ी कम्पनी देख मुह में आया पानी,
कुछ ही दिनों में हकीकत जानी,
दिमाग में एक बात लगी खटकने |
15 सालों से कर रहे जो काम,
सभी ज्ञाता, पर किसी को नहीं है आराम,
ऐसे होतें है सपने पूरे !
मैं भी सपनों की चाहत में
कितना कुछ तज आया ,
तभी नौकरी छोड़ी,
और सपनों को साथ लिए चल दिया,
अपने सुंदर गाँव की ओर………
सपने पूरे करने के लिए दिन रात एक करनी होती है दोस्त. और अगर किस्मत साथ हो तो फिर दिन रात ऐश करनी होती है.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा. बधाई.
it realy a true story yaar
जवाब देंहटाएंBahut door le aate hain sapne...... :(
जवाब देंहटाएंलगे रहो एक दिन सफ़लता अवश्य मिलेगी।
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